जानिए शादी के बाद पहला ईद मनाने जा रही एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ की क्या है तैयारी
कुछ दिन पहले हमने आपको बताया था कि शादी के बाद टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ ने पति शोएब इब्राहीम के साथ रोजा भी रखा है. ऐसे में हमने दीपिका से उनके ईद की तैयारियों के बारे में जानना चाहा. तो आइए जानते है क्या है दीपिका की प्लानिंग?

कुछ दिन पहले हमने आपको बताया था कि शादी के बाद टीवी एक्ट्रेस दीपिका
कक्कड़ ने पति शोएब इब्राहीम के साथ रोजा भी रखा है. इन्होने सोशल मीडिया पर इफ्तार
की तस्वीरें शेयर की थी. जिसमे दीपिका शोएब के पूरे परिवार के साथ इफ्तारी करती
दिखाई दे रही थी. जिसके बाद दीपिका और शोएब को मुंबई के मोहम्मद अली रोड पर एक साथ
घूमते हुए देखा गया. शादी के बाद दीपिका का ये पहला रमजान है. ऐसे में इसे खास
बनने का कोई मौका भी ये दोनों नहीं छोड़ रहे हैं.
ऐसे में हमने दीपिका से उनके ईद की तैयारियों के बारे में जानना चाहा. तो
आइए जानते है क्या है दीपिका की प्लानिंग?
रमजान का महीना आपके लिए कैसे जा रहा है?
यह बहुत अच्छा चल रहा है, मैं अपनी क्षमता के अनुसार रोज़ा का करने की कोशिश कर रही हूं. यह मुश्किल नहीं है क्योंकि मैंने शादी से पहले रोज़ा को देखा है.
ईद के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं?
मैं निश्चित रूप से परिवार के साथ समय बिताना चाहूंगी, शादी के बाद यह मेरी पहली ईद है. परिवार में हर कोई अभी बहुत उत्साहित है,
आप इस मौके क्या पहन रही हो?
मैं एक हरा रंगीन शाररा पहनूंगी. मैं हाथों में मेहंदी
लगाउंगी जो ईद के पहले लगेगी.
आप उस दिन क्या खास पकाएंगी?
मेनू अभी तक तय नहीं हुआ है, लेकिन यह तीन कोर्स मील होगा, चाट से बिरयानी और मिठाई तक सभी कुछ मेरी तरफ से बनाई
जाएगी.
शोएब के लिए जो कुछ भी आप बना रहे हैं, उसे वह पसंद है?
उन्हें अचारी मटन, दाल बाटी और पनीर मखनी पसंद है, जो मैं बना लेती हूं.
शादी के बाद कितना जीवन बदल गया है?
जीवन अद्भुत है, बिल्कुल उसी तरह से जैसी मैंने कल्पना की थी. चीजें शांतिपूर्ण चल रही हैं. मुझे अपने साथ बिताने का समय मिल रहा है, अम्मी (शोएब की मां) सबा (शोएब की बहन) के साथ भी. मैं शोएब के लिए खाना बनाती हूं, उसे काम के लिए एक लंच पैक करती हूं. मैं ये सब पसंद करती हूं क्योंकि मैं बहुत ही घरेलू पर्सन हूं.
आप और शोएब अलग-अलग धर्मों से हैं, क्या आपके विवाह में कोई परेशानी आयी?
मैंने कभी भी किसी समस्या का सामना नहीं किया. मेरे
माता-पिता, और शोएब के भी इस शादी के
फैसले से बहुत खुश थे. अगर उनमें से कोई भी खुश नहीं होता, तो चीजें अलग-अलग हो सकती थीं. लेकिन शुक्र है, ऐसा कुछ नहीं था.